यकीनन
कुछ ही घंटों में रोने की आवाज पूरी तरह से बंद हो जाएगी ..
रिश्तेदारों
के लिए खाना बनवाने या मंगवाने में जुटे जायेगा परिवार,
परिवार के लोग या रिश्तेदार सोने से पहले चाय की दुकान पर टहलने निकल जाएंगे !
कोई
रिश्तेदार आपके बेटे या बेटी से फोन पर बात करेगा कि आपात स्थिति के कारण वह व्यक्तिगत रूप से नहीं आ पा रहा है ..
और
तो और इधर आपका मृत शरीर चिता पर जल रहा होगा,
उधर
आपको अंतिम विदाई देने आए लोगों में से कोई फोन पर किसी से बतिया रहा होगा,
कोई
वाट्स एप, फेसबुक पर व्यस्त होगा तो दूर झुंड बनाकर बैठे कुछ लोग घर परिवार,
व्यवसाय, खेल आदि अन्य विषयों पर चर्चा कर रहे होंगे .
अगले
दिन रात के खाने के बाद,
कुछ रिश्तेदार कम हो जाएंगे,
और कुछ लोग सब्जी में पर्याप्त नमक नहीं होने की शिकायत करते होंगे।
भीड़
धीरे धीरे छंटने लगेगी ,
आपका कार्यालय या आपकी व्यवसाय में आपकी जगह कोई और ले लेगा !!
महीने
के अंत तक आपका जीवनसाथी कोई कॉमेडी शो देख कर हंसने लगेगा !!
सबका
जीवन सामान्य हो जाएगा ..
आपको
इस दुनिया में आश्चर्यजनक गति से भुला दिया जाएगा।
इस
बीच आपकी प्रथम वर्ष पुण्यतिथि भव्य तरीके से मनाई जाएगी।
पलक
झपकते ही साल बीत गए और आपके बारे में बात करने वाला कोई नहीं है .
एक
दिन बस पुरानी तस्वीरों को देखकर आपका कोई बेहद करीबी आपको याद कर सकता है !
लोग
आपको आसानी से भूलने का इंतजार कर रहे हैं,
फिर
आप किसके लिए दौड़ रहे हो ❓
और आप किसके लिए चिंतित हैं?
क्या
आप अपने घर, परिवार, रिश्तेदार को संतुष्ट करने के लिए जीवन जी रहे हैं ?
जिंदगी
एक बार ही होती है, बस इसे जी भर के जी लो…
और
जितना हो सके इसके परम उद्देश्य के जितना निकट पहुंच सको,
पहुंचने
का प्रयास करें.!
किसी
और से जलन ईर्ष्या बदले की भावना अपने दिल में न आने दें !!
तभी
हमें महसूस होगा जीवन कितना अच्छा और सार्थक है ..
वर्ना तो
अपनी अपनी अपनी सोंच और फिलॉसफी तो हईयै है ‼️