20 मई/जन्म-दिवस प्रकृति के सुकुमार कवि सुमित्रानंदन पंतअपनी कविता के माध्यम से प्रकृति की सुवास सब ओर बिखरने वाले कवि…
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बूढ़ा हो गया है चांदमेरी तरहचलता है उदास उदासअकेला अकेलाइत्ते बड़े आसमान मेंउदासी उसका ख्वाब हैअधलेटा सा दिखता हैड्रिप लेता…
1) बादल यूं घिर के आए मौसम बदल गया हैउमड़े हैं इस तरह से मौसम बदल गया है 2) ले…
जीना ये अपना अब नहीं जीना है रह गयाइक दर्द हमको है दिया अपने ही यार ने ये दुश्मनी ही…
1.पहले उसके पास दरपन नहीँ थापर एक चेहरा थाउसने एक दिन झट सेएक नया दरपन खरीदाऔर लगा तलाशने उसमेंअपना चेहरावह…
नाहन जिला सिरमौर से सम्बंध रखने वाली कवयित्री मीनाक्षी वर्मा की एक भावपूर्ण कविता ….मीनाक्षी वर्मा मानती हैं कि कविता…
राजीव अपनी लोकोन्मुख और जनपक्षधर कविताओं के मूल में प्रेम के कवि हैं। प्रेम की वजह से ही वह उन…
हफ्ता भरसोशल मीडिया परकुछ नहीं थाबारिश, बाढ़ और तबाही के सिवा बारिश थमने के बादमेरे अंतर्मन नेपूछा नदी से -यह…
यूं ही नहीं रचती है एक अर्थपूर्ण कविता,कविता चाहिये तो चले जाओकल्पनाओं के अंतसतल मेंसंवेदनाओं की अनंत गहराइयों मेंभावों के…
लहू पानी बना बैठे,कहानी को भुला बैठे।सिलवटें बन गयी पत्थर,लहर जीवन भुला बैठे। मुहब्बत की अदा झूठी,समझ से सोच है…